मंगलवार, 14 नवंबर 2017

"सूरज उगायेंगे "

" सूरज उगायेंगे "

बचपन को  याद करके -
अपनी मंजिल बना लेंगे |

अनमोल यादें साझाकर -
अन्धेरा मिटा देंगे |

वही ! बही जहरीली हवा -
कवायत डिगा देंगे ?

भ्रष्टाचारी मुक्त देश-
बनाकर दिखला देंगे |

कोशिशों में अपना राष्ट्र -
सूरज खुद उगा लेंगे ||

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