शनिवार, 30 मई 2020

कोरोना वायरस 2019 -1

कोरोना वायरस 2019 -1: कोरोना वायरस 2019 -1खौफ का वायरस देश की नहीं सम्पूर्ण विश्व को अपने आगोश में.....

सोमवार, 4 मई 2020

सोशल साइट पर सुखमंगल सिंह (डायरी )जुलाई -अगस्त १९

सोशल साइट पर सुखमंगल सिंह (डायरी )
डायरी का जीवन में विशेष महत्व होता है | प्रत्येक व्यक्ति को प्रति दिन किये गए अच्छे बुरे कार्यों को 
जीवन को सुखमय समाजोपयोगी बनाने के लिए डायरी में कलम बद्ध करते रहना चाहिए और उस कलम 
बद्ध किये गए कार्यों की स्वयं समीक्षा शाम को खाली होने पर करते रहना चाहिए | किसी कारण से दिनभर 
के कार्य में कुछ गलती हो गयी हो तो उसे सुधार करने की हर सम्भव प्रयास करते रहना चाहिए | 
अगस्त ४,२०१९ से अपनी डायरी प्रस्तुत करने का यत्न कर रहा हूँ - 
एक मंच ,पी एम नरेंद्र मोदी २-० चेंन्जिंग फेसबुक (मोदी जी और बदलता भारत में एक समीक्षा -'लोक प्रिय 
सुखमंगल सिंह जी राष्ट्रीय -अंतर्राष्ट्रीय फलक पर दहाड़ने वाले सही अर्थों में सिंह हैं 'जो ६/१०/१९ को स्वीकृत 
हुई | पांच तारीख को घर पर साहित्यिक कार्य के बाद सायं ४-८ बजे तक साहित्यिक चर्चा काली महल वाराणसी 
में | अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी संस्थान (यूरोप),स्वर्गविभा ,मोदी जी और बदलता भारत में "हे माँ सरयू तुम्हें प्रणाम "
६/१०/१९ को मेरी रचना प्रकाशित हुई | नवमी व् दशहरा रात्रि २:५० , अगस्त ७,१९ को राम हमारे राम तुम्हारे 
स्वर्गविभा में ,अयोध्या की याद आती है -शब्द नगरी में व अनहद कृति में सुपाथेय षट दर्शन (चतुर्थ खण्ड )
के रचयिता सुकवि सुखमंगल सिंह जिसकी समीक्षा सुरेंद्र वाजपेयी जी ने किया है उसे विधिवत पढ़ा| अगले 
दिन वेवली काम की समीक्षाओं का अध्ययन किया | अगस्त १० ,हे माँ सरयू तम्हें प्रणाम वाट्स ,अनहदकृति
फेसबुक ,व् मेरा देवता मगन  है मेरी कल्पना के पहले ,बेइलिया तरवां ना (पचरा ) नवगीत की अपनी कहानी 
और यूं ट्यूव शीतला पर टिप्पड़ी में पोष्ट किया | हिन्दी कविता काँम में- राम ही राम, हममें,तुममें सबमें  राम 
अनहद कृति में अयोध्या दरवार और पुनः कवि हूँ मैं सरयू तट का ,१-४७ पृष्ठ प्रिंट किया | 
शनिवार १२अक्टूबर १९ सरयू राम प्रिया कहलाती ,कोलाहल से दूर में प्रकाशित ,राम ही राम ,राम ही राम /
हममें तुममें ,सबमें राम ,नवभारत टाइम्स ऐप में ,साहित्य दर्शन में हे माँ सरयू तम्हें प्रणाम ,जनवार्ता -
फेसबुक में अयोध्या की याद आती है ,और मर्यादा नामक रचना स्वर्गविभा में प्रकाशित १२/१०/१९ को मिली !
अक्टूबर१४ 'विश्व हिन्दी रचनाकार मंच 'हिन्दी के कवि एवं कवियित्रियों व् हिंदी कविता में "वर्णिक छंद " 
भावार्थ सहित ९:५१ से १०:०८ पूर्वाह्न तक प्रकाशित किया | क्रीङा ललित ललाम की रचना फेसबुक पर १६/१० 
और वाट्स पर १७ -१०-१९ ,|  
दशरथ पूरी अयोध्या का ,
जो  कलयुग में ध्यान करता, 
उसे श्री जगन्नाथ दर्शन ,
मथुरा ,कल्पवास सा फल मिलता |  
अयोध्या ,ब्रहसृष्टि राजधानी ,रचना हिन्दीकुंज कांम में क्षमा मांगने जाओ अयोध्या व् राम हमारे राम तुम्हारे 
एक मंच में फेसबुक पर श्री सभाजीत शुक्ल व् अजीत श्रीवास्तव द्वारा मेरी रचनाओं पर समीक्षा , काव्य स्पंदन 
( चित्र गुप्त प्रकाशन ,नै दिल्ली में अजीत श्रीवास्तव और सभाजीत शुक्ल द्वारा समीक्षा | जय दुर्वासा धाम 
आजमगढ़ में - परम सिद्ध संत दर्शन और काव्यार्पण यात्रा वृत्तांत अ -२ ,अ -३,अ -४ अक्टूबर १९ तक प्रकाशित !
व्यायाम रचना अनहदकृति में ,भगवदाराधना में सरस्वती वंदना ,वीररस की अद्भुत कविताएं में मेरी रचना -
मेरी चाह नहीं और तू सुन्दर हो जा ,स्वर्गविभा में २३ अक्टूबर १९ ,
जब सच लैब पर आने लगता है तब ,
मनुज प्रभु से दिल लगाने लगता है |
अंतराष्ट्रीय हिंदी संस्थान (कनाडा ) में प्रकाशित हुई | इसी प्रकार चेक किया क्रीड़ा ललित ललाम की ,सुन्दर हो जा 
 व अयोध्या  -अप्रत्यासित संग्राम स्वर्ग विभा ने अक्टूबर २५/१९ वहीँ गौतम गंभीर जी के फेसबुक पर मेरे मन जपना 
चाह नहीं रचना हिंदी कुञ्ज में एक नारी हूँ अम्र उजाला एप में अक्टूबर ३१ तक | 
स्वर्ग विभा में कवि सुखमंगल सिंह मन की तरंग में कलम उठाने वाले साधू स्वभाव के रचना कार -डॉ जितेंद्र नाथ 
मिश्र, द्वारा समीक्षा ,व् बचना चाहिए,रचना  नवम्बर  १ , सावन में मेरी रचना जिसे भी देखा दौड़ता मिला ३/१९ | 
सरयू संस्कृति सँवारत बानी - हिंदी कविता ,कोलाहल से दूर में प्रकाशित ,'कवि का सरयू से गुजरना '-सुरेंद्र वाजपेयी 
द्वारा समीक्षा कवि हूँ मैं सरयू तट का प्रकाशित सावन में | स्वर्ग विभा में - कवि सुखमंगल सिंह जी आज के तुलसी 
सदृश्य हैं -सभाजीत शुक्ल सहायक मंत्री ना ० प्रचारिणी सभा वाराणसी द्वारा | 
किसान की आजादी रचना पोष्ट किया - खुशहाल होगा अन्नदाता (इण्डिया न्यूज )  और हिंदी कविता में प्रकाशित | 
नवम्बर८,देवोत्थान एकादशी रचना प्रकाशित हुई श्री माथुर चतुष्पद परिषद मथुरा ,हिंदी कविता संग्रह और हिंदी 
कुञ्ज में | १३ नवम्बर को देश प्रेमी राजपूत फेसबुक और अन्य साइटों पर ,प्रकृति प्रेमी रचना अम्र उजाला एप पर ,
रच डालो 'मंगल' कीर्तिमान एक मंच पर तथा हिंदी कुञ्ज काम में भेजा | १४नव ० प्रभु पखार दो ,अमर उजाल काव्य 
में , जहां में महान रचना प्रतिलिपि काम में , मेरे मन जपना ,पांच लिंकों में प्रकाशित हुई | करुणा निधान ,स्वर्ग विभा 
व् अम्र उजाला में ,मोर मचाये शोर ,सावन में प्रकाशित लाल रचना नरेंद्र मोदी जी की फोटो शेयर के साथ ट्यूट पर 
प्रकाशित हुई | 
नवम्बर १५,२०१९ तक के लेखा प्रस्तुत किया  प्रकाशित करने की आशा में !  
 सुखमंगल सिंह