बुधवार, 8 जून 2016

"संगीत -सुरन माँ तान"

 देश बढ़ा देश बनेगा ,

विश्व जहान में महान |

नौजवान मिल गायेंगे ,

भारत माँ का गान |

बीरता रही वन्दनीय ,

सपूत सदा महान |

बच्चे -बूढ़े सब गाते ,

भारत का गुणगान |

प्रेमी -जन प्रेम पथ सो

संगीत -सुरन माँ तान |

माता -बहनें मिल बोलीं

जयजवान -जयकिसान |

मेरा भारत महान बोलो ,

बोलो! मेरा भारत महान ||

1 टिप्पणी:

  1. "सूरज नही होता "
    करो कल्पना मानव तुम ,
    गर सूरज नहीं होता |
    ठिठुर -ठिठुर जीव मरता ,
    धरा ठंढ हो जाती |
    अधेरी धरती होती ,
    न पौधे भोजन पाते |
    पौधे भोजन न पाते ,
    पक्षी सब मर जातीं |
    तब जानवर क्या खाते ,
    जब सूरज न होता |

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